"एक भारतीय ने अमेरिका के एक स्कूल में दाखिला लिया,स्कूल का पहला दिन था, अध्यापिका बच्चों से सवाल कर रही थी : : अध्यापिकाः आईये अमेरिका के इतिहास पर नजर डालकर पढ़ाई शुरु करते हैं। बताओ किसने कहा था ‘मुझे आजादी दो या मौत दे दे’ : पूरी क्लास खामोश रही सिर्फ भारतीय ने जवाब दियाः पेट्रिक हैनरी 1775 : अध्यापिकाः बहुत अच्छे, अब बताओ ये वाक्य किसका है, ‘धरती से जनता के लिए, जनता द्वारा, जनती की सरकार नहीं समाप्त होनी चाहिए’ : इस बार भी पूरी क्लॉस खामोश रही सिर्फ भारतीय ने जवाब दियाः अब्राहम लिंकन 1863 : अध्यापिकाः पूरी क्लॉस को शर्म आनी चाहिए,एक भारतीय छात्र को अमेरिका का इतिहास ज्यादा मालूम है। : इस पर एक छात्र पीछे से बोलाः ‘इंडियंस को मारो’ : अध्यापिका (गुस्से में)- ये किसने कहा : भारतीय - जनरल क्लस्टर 1862 : भारतीय के इस एक और जवाब पर एक अमेरिकी बच्चा बोला,
‘मैं उल्टी कर दूंगा’ : अध्यापिका (झल्लाते हुए)- अब ये किसने कहा : भारतीय - जार्ज बुश ने जापानी प्रधानमंत्री से 1991 में : अब पूरी क्लास झल्लाने लगी, एक अमेरिकी छात्र बोल पड़ा,‘ओह्ह ये, सक दिस’ : यह सुनकर भारतीय अपनी सीट से खड़ा हो गया अध्यापिका की ओर चिल्लाते हुए बोलाः बिल क्लिंटन टू मोनिका लेविंस्की, 1997 : : भारतीय के इस एक और जवाब पर पूरी क्लास का दिमाग खराब हो गया, किसी ने चिल्लाते हुए कहा, ‘अगर अब तुमने एक शब्द भी बोला तो मैं तुम्हारी जान ले लूंगा’ : यह सुनकर भारतीय पूरे जोश के साथ चिल्लायाः माईकल जैक्सन, अपने खिलाफ गवाही दे रहे बच्चे से, 2004 में : भारतीय के इस जवाब पर अध्यापिका बेहोश हो गई, सारे बच्चे उसके चारों और इकट्ठा हो गए। किसी एक ने कहा, ‘ओह्ह शिट, हम बुरी तरह फंस गए हैं’ इस पर भारतीय बोलाः जार्ज बुश, इराक युद्ध के दौरान 2007 : : भारतीय के इस जवाब से सारे बच्चे बेहोश हो गय"
(Recd thru RK SAHNI)